सूनसान इलाकों पर लिफ्ट मांगते, फिर पिस्तौल तान गाड़ी लूट लेते
पुलिस ने दो आरोपियों को आरोपियो को किया गिरफ्तार, एक विधि से संघर्षरत बालक निरूद्ध
बीकानेर
बीकानेर-जयपुर नेशनल हाइवे पर लिफ्ट मांगने के बहाने एक कार को रुकवाकर गाड़ी लूटने वाले आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर शुक्रवार को मामले का खुलासा कर दिया। पुलिस ने इस घटना को अंजाम देने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं एक विधि से संघर्षरत बालक को निरूद्ध किया है। आरोपियों की ओर से चुराई गई स्कूटी पुलिस ने बरामद कर ली है, वहीं लूट ली गई कार को बरामद करने के प्रयास किए जा रहे हैं। घटनाक्रम के अनुसार आरोपियों ने पहले बीकानेर के कोटगेट थाना क्षेत्र से एक स्कूटी को चुराने के बाद उस पर सवार तीन आरोपियों ने अपने अगले निशाने को तलाशना शुरू कर दिया था। आरोपियों ने एक जुलाई को जयपुर-बीकानेर नेशनल हाइवे पर सूनसान इलाके पर खड़े होकर यहां से निकलने वाले कार चालकों पर नजर रखनी शुरू कर दी।
अकेले चालक को बनाया निशाना
आरोपियों ने अपनी लूट की घटना को अंजाम देने के लिए अकेले वाहन चालक को अपना निशाना बनाया। उन्होंने सीकर से बीकानेर लौट रहे रिपूदमन सिंह की कार को हाथ का इशारा कर रुकने के लिए कहा। रिपूदमन ने सहायता करने की नीयत से जैसे ही गाड़ी रोकी एक आरोपी अशोक नाथ ने सहायता देने की बात कही। इस बीच दूसरे आरोपी सांवरनाथ ने गाड़ी के कांच को खोलने की बात कहते हुए चालक को इशारा किया। जब रिपूदमन ने कार का शीशा खोला तो आरोपी सांवरनाथ ने पिस्तौल दिखाकर चालक को कार से बाहर उतारते हुए कार लेकर फरार हो गए। इस बीच तीसरा विधि से संघर्षरत बालक स्कूटी लेकर फरार हो जाता है।
पचास हजार में कार बेची
पुलिस की पकड़ में आए आरोपियों ने बताया कि उन्होंने घटना वाले दिन ही स्कूटी को कोटगेट थाना क्षेत्र से चुराया था। उसी दिन उन्होंने कार को लूटने के बाद लूटी कार को
नौरंगदेसर, शेरंरा, बामनवाली होते हुए गांव भोजासर जिला जोधपुर ले जाकर पचास हजार रुपए में बेच दिया।
यूं आए पकड़ में
जिला पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा घटना की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी, शहर वृत्ताधिकारी सदर भोजराज सिंह के नेतृत्व में आरोपियों की धरपकड़ के लिए टीम का गठन किया। टीम में शामिल अधिकारियों ने श्रीडूंगरगढ़ पुलिस निरीक्षक सत्य नारायण गोदारा, श्रीडूंगरगढ़ थानाधिकारी चन्द्रभान, उप निरीक्षक थानाधिकारी नापासर श्याम सुन्दर, उप निरीक्षक पुलिस सैरूणा के नेतृत्व में आरोपियों की खोजबीन करनी शुरू कर दी। अनुसंधान अधिकारियों ने साइबर सेल के दीपक यादव की सहायता से तकनीकी पहलू जुटाए वहीं सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की धरपकड़ कर ली। आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है।

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