अपने बच्चों को पानी के कुंड में धकेलने वाली मां को पांच साल बाद मिली सजा
पांच साल पहले हुई थी घटना, न्यायालय ने सुनाई आजीवन कारावास की सजा
बीकानेर.
पांच साल पहले अपने तीन बच्चों को पानी के कुंड में धकेलकर मौत के घाट उतारने वाली एक मां को पांच साल बाद अपने कर्मों का फल मिल गया है। श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में करीब पांच साल पहले हुई इस घटना की रिपोर्ट महिला के पति ने थाने में दर्ज करवाई थी। इसके बाद यह प्रकरण सेशन न्यायालय संख्या दो में चला। यहां न्यायाधीश विक्रम सिंह भाटी ने मंगलवार को यह फैसला सुनाया। आरोपी महिला को दस हजार रुपए का अर्थदंड भी चुकाना होगा। अपर लोक अभियोजक संदीप स्वामी के अनुसार डूंगरनाथ ने सैरूणा पुलिस थाने में वर्ष 2014 में अपनी पत्नी के खिलाफ रिपोर्ट दी कि उसकी पत्नी लिछमा ने अपने तीन बच्चों सरिता (10) गोपाल (8) तथा अन्नू (5) को पानी के कुंड में धकेल कर मौत के घाट उतार दिया था।
बारह वर्ष पहले हुई थी शादी
डूंगरनाथ ने पुलिस को बताया कि आरोपी महिला के साथ उसकी शादी करीब बारह साल पहले हुई थी। शादी के बाद से उसकी कहासुनी होने लगी। इसके बाद उसकी पत्नी अपने मायके पूनरासर चली गई थी। जहां वर्ष २०१४ में उसने अपने तीन बच्चोंं को पानी के कुंड में धकेलकर मार डाला।
बीकानेर.
पांच साल पहले अपने तीन बच्चों को पानी के कुंड में धकेलकर मौत के घाट उतारने वाली एक मां को पांच साल बाद अपने कर्मों का फल मिल गया है। श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में करीब पांच साल पहले हुई इस घटना की रिपोर्ट महिला के पति ने थाने में दर्ज करवाई थी। इसके बाद यह प्रकरण सेशन न्यायालय संख्या दो में चला। यहां न्यायाधीश विक्रम सिंह भाटी ने मंगलवार को यह फैसला सुनाया। आरोपी महिला को दस हजार रुपए का अर्थदंड भी चुकाना होगा। अपर लोक अभियोजक संदीप स्वामी के अनुसार डूंगरनाथ ने सैरूणा पुलिस थाने में वर्ष 2014 में अपनी पत्नी के खिलाफ रिपोर्ट दी कि उसकी पत्नी लिछमा ने अपने तीन बच्चों सरिता (10) गोपाल (8) तथा अन्नू (5) को पानी के कुंड में धकेल कर मौत के घाट उतार दिया था।
बारह वर्ष पहले हुई थी शादी
डूंगरनाथ ने पुलिस को बताया कि आरोपी महिला के साथ उसकी शादी करीब बारह साल पहले हुई थी। शादी के बाद से उसकी कहासुनी होने लगी। इसके बाद उसकी पत्नी अपने मायके पूनरासर चली गई थी। जहां वर्ष २०१४ में उसने अपने तीन बच्चोंं को पानी के कुंड में धकेलकर मार डाला।

टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें