ड्राइवर ने नहर के पास रोकी कार और लगा ली छलांग, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान
सूदखोरों से परेशान युवक की डूबने से हुई मौत
बीकानेर.
अपने दोस्तों के साथ कार में सवार एक युवक ने नहर में कूदकर अपनी जान दे दी। युवक नवरतन सोलंकी के शव को करीब 45 मिनट की मशक्कत के बाद बाहर निकाला जा सका। प्रथम दृष्टया पुलिस की जांच में सामने आया कि युवक सूदखोरों से परेशान था। पूगल थानाधिकारी महावीर प्रसाद ने बताया कि पूछताछ में सामने आया कि नवरतन अपने दोस्त कैलाश पारीक के साथ कार में सवार होकर बुधवार को बीकानेर से खाजूवाला के लिए निकला था। बीच रास्ते इन्दिरा गांधी नहर के पास जब कार पहुंची तो नवरतन कार को रोककर नहर में कूद गया। यह देख कार में बैठे नवरतन के दोस्त कैलाश ने शोर मचाया तो आस-पास खड़े ग्रामीण नहर के पास पहुंच गए। करीब 45 मिनट की खोजबीन के बाद ग्रामीणों ने मृतक के शव को बाहर निकाला। बुधवार को पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसके शव को परिजनों के हवाले कर दिया।
भाई ने दर्ज करवाया मामला
मृतक के भाई घनश्याम सोलंकी ने पूगल थाने में अपने भाई को मरने के लिए मजबूर करने वाले नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। घनश्याम ने बताया कि किशन लाल मोदी व तीन-चार अन्य लोग पिछले कुछ समय से परेशान कर रहे थे। उसने बताया कि नवरतन ने आरोपियों से कर्जा ले रखा था, लेकिन वह उसे चुका नहीं पाया। आरोपी उसके भाई से दस से पन्द्रह रुपए प्रति सैंकड़ा के हिसाब से ब्याज वसूला करते थे।
सूदखोरों के चंगुल में युवा पीढ़ी
सूदखोरों के चंगुल में बीकानेर के हजारों युवा भी चपेट में आ चुके हैं। युवा अपने शौक पूरे करने के लिए महंगी ब्याज दरों में कर्ज लेते हैं, लेकिन उसे चुका नहीं पाते। पिछले कुछ महीनों में शहर के विभिन्न थानों में सूदखोरों के परेशान करने के मामले दर्ज हुए हैं। इनमें अधिकतर पीडि़त युवा वर्ग ही था।
बीकानेर.
अपने दोस्तों के साथ कार में सवार एक युवक ने नहर में कूदकर अपनी जान दे दी। युवक नवरतन सोलंकी के शव को करीब 45 मिनट की मशक्कत के बाद बाहर निकाला जा सका। प्रथम दृष्टया पुलिस की जांच में सामने आया कि युवक सूदखोरों से परेशान था। पूगल थानाधिकारी महावीर प्रसाद ने बताया कि पूछताछ में सामने आया कि नवरतन अपने दोस्त कैलाश पारीक के साथ कार में सवार होकर बुधवार को बीकानेर से खाजूवाला के लिए निकला था। बीच रास्ते इन्दिरा गांधी नहर के पास जब कार पहुंची तो नवरतन कार को रोककर नहर में कूद गया। यह देख कार में बैठे नवरतन के दोस्त कैलाश ने शोर मचाया तो आस-पास खड़े ग्रामीण नहर के पास पहुंच गए। करीब 45 मिनट की खोजबीन के बाद ग्रामीणों ने मृतक के शव को बाहर निकाला। बुधवार को पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसके शव को परिजनों के हवाले कर दिया।
भाई ने दर्ज करवाया मामला
मृतक के भाई घनश्याम सोलंकी ने पूगल थाने में अपने भाई को मरने के लिए मजबूर करने वाले नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। घनश्याम ने बताया कि किशन लाल मोदी व तीन-चार अन्य लोग पिछले कुछ समय से परेशान कर रहे थे। उसने बताया कि नवरतन ने आरोपियों से कर्जा ले रखा था, लेकिन वह उसे चुका नहीं पाया। आरोपी उसके भाई से दस से पन्द्रह रुपए प्रति सैंकड़ा के हिसाब से ब्याज वसूला करते थे।
सूदखोरों के चंगुल में युवा पीढ़ी
सूदखोरों के चंगुल में बीकानेर के हजारों युवा भी चपेट में आ चुके हैं। युवा अपने शौक पूरे करने के लिए महंगी ब्याज दरों में कर्ज लेते हैं, लेकिन उसे चुका नहीं पाते। पिछले कुछ महीनों में शहर के विभिन्न थानों में सूदखोरों के परेशान करने के मामले दर्ज हुए हैं। इनमें अधिकतर पीडि़त युवा वर्ग ही था।

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