छुट्टी लेकर लौट रहे आर्मी जवान की घर पहुंचने से पहले आ गई मौत
जम्मू कश्मीर में तैनात था जवान, बीकानेर के भामटसर में हुआ था सड़क हादसा
बीकानेर.
जम्मू-कश्मीर में तैनात 28 वर्षीय आर्मी जवान की सोमवार को नोखा तहसील के भामटसर गांव के पास सड़क हादसे में मौत हो गई। जवान तीन महीने बाद छुट्टी लेकर घर लौट रहा था। घर से कुछ किलोमीटर पहले हुए इस हादसे में जवान की जीप पूरी तरह छतिग्रस्त हो गई। जानकारी के अनुसार आर्मी-12 जाट रेजीमेंट में पदस्थापित बीकानेर जिले के पूनमचंद बिश्नोई बीकानेर से जीप लेकर नोखा के रोड़ा तहसील स्थित अपने घर जा रहा था। भामटसर के पास नागौर साइड से आ रहे एक ट्रक ने जवान की जीप को टक्कर मार दी, जिससे जीप नजदीक के खेत की बाड़ में जा घुसी। घटना के बाद ग्रामीणों ने घायल आर्मी जवान पूनमचंद बिश्नोई को तुरंत पीबीएम हॉस्पिटल ट्रोमा सेंटर ले गए, जहां तीन घंटे बाद इलाज के दौरान जवान की मौत हो गई।
घर में खुशियां मातम में बदली
सड़क हादसे के शिकार आर्मी जवान पूनमचंद बिश्नोई की दुखद मौत के बाद रोड़ा गांव में शोक छा गया। पूनचंद के घर के सदस्य भी उसके आने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन किसे पता था कि उसके घर पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो जाएगी। पूनमचंद के बड़े भाई तुलसीराम बिश्नोई भी आर्मी में पदस्थापित है। इसे संयोग ही कहा जाएगा कि सोमवार को पूनमचंद तीन महीने बाद छुट्टी लेकर घर लौट रहे थे, वहीं तुलसीराम बिश्नोई की छुट्टियां खत्म होने पर वह अपनी ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए गांव से रवाना हुआ था। मृतक जवान पूनमचंद बिश्नोई के शव को फिलहाल पीबीएम हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखा गया है।
पहले भी हो चुके हादसे
जिस स्थान पर आर्मी जवान पूनमचंद की सड़क दुर्घटना हुई, उस मार्ग पर पहले भी कई छोटे-बड़े हादसे हो चुके हैं। हादसों का पॉइंट होने के बावजूद यहां संभावित दुर्घटना को रोकने के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। हैरानी की बात यह है कि बीकानेर जिले के सैकड़ों ऐसे पॉइंट हैं, जहां अक्सर सड़क हादसे होते हैं, लेकिन उन्हें सुधारने के नाम पर अभी तक कोई पहल नहीं हुई है।
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