हैल्थ नॉलेज: पैरालिसिस या लकवा कौन से विटामिन की कमी से होता है
युवा पीढ़ी में भी बढ़ रहे लकवा मारने के केस
जयपुर.
युवाओं में खासकर 40 से कम उम्र में लकवा मारने का केस बढ़ रहे हैं। पैरालिसिस या लकवा मारने के बाद शरीर के कुछ अंग काम करना बंद कर देते हैं। इससे न केवल संबंधित व्यक्ति को शारीरिक बल्कि मानसिक नुकसान भी उठाना पड़ता है। आज के हैल्थ नॉलेज आर्टिकल में हम जानेंगे कि पैरालिसस या कलवा कौनसे विटामिन की कमी से होता है। पैरालिसिस या लकवाग्रस्त लोगों का डायग्नोसिस करने के बाद जो तथ्य सामने आते हैं उनमें अधिकर रोगियों में होमो-15 बढ़ा हुआ होता है। ऐसा तब होता है जब शरीर में विटामिन बी-12 और बी कॉम्प्लेक्स की कमी हो जाती है। युवाओं की जीवनशैली में आए बदलाव को भी पैरालिसिस या लकवे से जोड़कर देखा गया है। अक्कसर देखा गया है कि जिन युवओं की दिनचर्या प्रकृति के खिलाफ होती है उनमें इस प्रकार के रोग ज्यादा होते हैं। ऐसे में सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक अपनी दिनचर्या को अच्छा रखें ताकि आप किसी गंभीर रोग के शिकार नहीं हों।
खून की कमी होने लगती है
पैरालाइसिस या लकवा विटामिन 12 की कमी से होता है यह तो आपने पढ़ लिया। इसके बाद आपको यह भी जानना जरूरी है कि विटामिन-12 की कमी से एनीमिया यानी खून की कमी और स्पाइनल कॉर्ड में दिक्कत भी होती है जो पैरालाइसिस या लकवा की मुख्य वजह है।
इनसे पूरी करें विटामिन-12 की कमी
जो लोग शाकाहारी हैं उन्हें विटामिन-12 की पूर्ति के लिए दूध, दही और पनीर खाना चाहिए। वहीं जो लोग माशाहारी हैं वे मछली, मांस, अंडा, दूध और दूध से बने चीजों को खाकर विटामिन-12 की कमी को पूरा कर सकते हैं। अगर आपको भी विटामिन-12 की कमी है तो इसे नजरअंदाज नहीं करें अन्यथा शरीर में पर्याप्त रूप से रेड ब्लड सेल्स बनना बंद हो सकती है। अगर ऐसा होता है तो एनीमिया का मुख्य कारण हो सकता है।
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