ट्रांसपोर्टर के चाचा ने ही रची थी साजिश, गैंगस्टर रोहित गोदारा के तीन गुर्गे पकड़ में आए तो खुला भेद

गैंगस्टर रोहित गोदारा ने फोन पर मांगी थी 80 लाख रुपए की रंगदारी 

जयपुर/बीकानेर.

ट्रांसपोर्टर की पत्नी से 80 लाख रुपए की रंगदारी और ज्वेलरी मांगने वाली गैंग के तीन गुर्गों को बीकानेर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। हैरान करने वाली बात यह है कि इस गैंग का तीसरा आरोपी मनोज कुमार सारस्वत ट्रांसपोर्टर का चाचा है। उसी के इशारे पर गैंगस्टर रोहित गोदारा के गुर्गों ने ट्रांसपोर्टर की पत्नी को धमकाने और 80 लाख रुपए की रंगदारी मांगने की घटना को अंजाम दिया था। जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने इस मामले से पर्दा उठाते हुए सोमवार को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करने की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि 17 जुलाई को व्यास कॉलोनी निवासी झमकू देवी ब्राह्मण के घर तीन बदमाश जबरन घुस गए थे। उन्होंने झमकू देवी से पहले उसके पति के बारे में पूछा फिर उसे घर की सारी ज्वेलरी देने को कहा। साथ ही उन्होंने गैंगस्टर रोहित गोदारा से फोन पर बात करवाई, जिसने 80 लाख रुपए की रंगदारी अगले 24 घंटे में उपलब्ध करवाने की बात कही। ट्रांसपोर्टर की पत्नी को धमकाने के बाद तीनों बदमाश कार से वापस भाग गए। इसके बाद पुलिस ने संबंधित परिवार को पुलिस सुरक्षा मुहैया करवाने के साथ ही बदमाशों की तलाश करनी शुरू कर दी। 



इन बदमाशों की हुई गिरफ्तारी 

जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने कहा कि यह घटना गैंगस्टर रोहित गोदारा ने पलाना निवासी रतन सिंह व अन्य आरोपियों के सहयोग से करवाई थी। पुलिस ने इस मामले में 25 हजार रुपए के इनामी बदमाश जेठू सिंह, निवासी रायसर और किशोर पुत्र लाल सिंह, निवासी आबू रोड, जिला सिरोही और ट्रांसपोर्टर लक्ष्मीनारायण के चाचा मनोज कुमार सारस्वत को गिरफ्तार कर लिया है। लक्ष्मीनारायण के चाचा मनोज कुमार सारस्वत ने ही बदमाशों को उसके भतीजे के घर का पता और उसकी पत्नी के बारे में बताया था। 


ट्रांसपोर्टर को नहीं पता था, चाचा ही धोखेबाज निकलेगा 

जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने बताया कि गैंगस्टर रोहित गोदारा के गुर्गों को रंगदारी मांगने और ट्रांसपोर्टर की पत्नी को धमकाने का जब मामला सामने आया तो ट्रांसपोर्टर ने सबसे पहले अपने चाचा मनोज कुमार सारस्वत को ही फोन किया था। उसे इस बात की बिल्कुल भी भनक नहीं थी, कि उसी ने गैंगस्टर रोहित गोदारा के गुर्गों को उसके घर भेजा था। पुलिस ने गैंगस्टर के दो गुर्गों को गिरफ्तार किया तो चाचा के भेद खुलने शुरू हो गए। 


फर्जी नंबर प्लेट लगाकर राजस्थान के कई जिलों में घूमे 

राजस्थान की सुरक्षा व्यवस्था में चूक का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गैंगस्टर रोहित गोदारा के गुर्गे काफी दिनों तक फर्जी नंबर प्लेट की कार में घूम रहे थे। वे राजस्थान के कई जिलों में घूमे, लेकिन पुलिस ने उनकी गाड़ी और उसके नंबर को चेक तक नहीं किया। बीकानेर पुलिस अब रोहित गोदारा के गिरफ्तार गुर्गों को शरण देने वाले लोगो को गिरफ्तार करने के लिए स्पेशल टीम बनाई है, जो जल्द ही फरार और शरण देने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी करेगी। बदमाशों को गिरफ्तार करने वाली टीम में सीआई महावीर प्रसाद बिश्नोई, एसआई सुषमा, एसआई मुकेश कुमार, हेड कांस्टेबल विजय सिंह, दीपक यादव, रोहिताश भारी, वासुदेव, अब्दुल सत्तार, महावीर सिंह, कानदान, दिलीप सिंह, सवाई सिंह, देवेंद्र, सूर्य प्रकाश, लखविंद्र, धर्मेंद यादव आदि का विशेष सहयोग रहा। 

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