राजकुमार किराडू ने डॉ. बीडी कल्ला पर कसा तंज, कहा- "बीकानेर का विकास नहीं कर पाए"

 जयपुर/बीकानेर.

भा.ज.पा. नेता राजकुमार किराडू ने प्रेस वार्ता में पूर्व शिक्षा मंत्री और बीकानेर से छह बार विधायक रहे डॉ. बीडी कल्ला की आलोचना करते हुए उन्हें बीकानेर के विकास में नाकाम बताया। किराडू ने कल्ला के कार्यकाल की आलोचना करते हुए कहा कि वे सिर्फ वोट बैंक की राजनीति करते रहे और बीकानेर को दूसरे संभाग मुख्यालयों के मुकाबले पीछे छोड़ दिया। गुरुवार को भाजपा नेता राजकुमार किराडू ने प्रेस वार्ता में पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला की नीतियों पर जमकर हमला बोला। किराडू ने कहा कि दो दिन पहले डॉ. कल्ला द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में उठाए गए मुद्दे केवल पैंतालीस वर्षों की उनकी राजनीतिक विफलता को छुपाने का प्रयास थे। उन्होंने कहा, "बीकानेर में जो भी विकास हुआ, वह डॉ. कल्ला के कार्यकाल में नहीं हुआ। स्कूल और कॉलेज खोलना या पुलिया बनाना जैसी योजनाएं, जिन्हें डॉ. कल्ला समय की आवश्यकता बता रहे हैं, वे असल में अपनी विफलता को छुपाने का तरीका हैं।  



किराडू ने कहा इसलिए पिछड़ा शहर 

किराडू ने डॉ. कल्ला पर आरोप लगाया कि कोटा, अजमेर और जोधपुर जैसे शहरों के मुकाबले बीकानेर अब भी पिछड़ा हुआ है, और इसका जिम्मेदार सिर्फ डॉ. कल्ला ही हैं। उन्होंने कहा, "डॉ. कल्ला की राजनीति में कोई विजन या दूरदर्शिता नहीं है। वे पूरी जिंदगी रेल बाईपास की पैरवी करते रहे, और आखिरकार उन्हें आचार संहिता के चलते कोटगेट अंडरपास की घोषणा करनी पड़ी, जो केवल वोट बैंक के लिए था।"  


रानी बाजार रेलवे अंडरब्रिज को डॉ. कल्ला की राजनीति की अदूरदर्शिता का सबसे बड़ा उदाहरण बताते हुए किराडू ने कहा, "यह प्रदेश का सबसे घटिया आरयूबी है, जिसे केवल वोट बैंक के लिए खोला गया।" उन्होंने डूंगर कॉलेज और एमएस कॉलेज को महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय का संघटक कॉलेज बनाने की बात को भी सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसा कदम कांग्रेस सरकार के दौरान क्यों नहीं उठाया गया।  


कभी किसी नेता को उभरने नहीं दिया 

किराडू ने यह भी आरोप लगाया कि डॉ. कल्ला ने कभी बीकानेर के नेताओं को आगे बढ़ने का मौका नहीं दिया। "क्या ऐसा संभव है कि बीकानेर में साढ़े चार दशकों में डॉ. कल्ला से अधिक सक्षम नेता कांग्रेस को नहीं मिला, लेकिन उन्होंने किसी को आगे नहीं आने दिया। वे लगातार हारते रहे, फिर भी टिकट नहीं छोड़ा।"  


सत्ता में रहते हुए कोई काम नहीं किया 

भा.ज.पा. नेता ने यह भी कहा कि जब डॉ. कल्ला खुद सत्ता में थे, तो उन्होंने बीकानेर की समस्याओं के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए। "अब विपक्ष में होने पर वे भूख हड़ताल की बात कर रहे हैं, लेकिन सत्ता में रहते हुए उन्होंने कभी कोई कार्रवाई नहीं की।"  


किराडू ने अंत में कहा कि बीकानेर की जनता डॉ. कल्ला के झूठे दावों को नकार चुकी है और उनका राजनीति में अब कोई भविष्य नहीं है। "अब उन्हें घर में बैठकर माला जपनी चाहिए, क्योंकि जनता ने उन्हें पूरी तरह नकार दिया है।" 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

बीकानेर मंडी में हंगामा: मूंगफली खरीद पर किसानों और कारोबारियों में तकरार

राजस्थान: मिलावटी मसाले बेचने वालों की अब खैर नहीं, 71 सैंपल लिए, 12 हजार किलो से ज्यादा मसाले सीज किए

महाकुम्भ प्रयागराज में बीकानेर श्रद्धालुओं की जलयात्रा और त्रिवेणी महायज्ञ का भव्य शुभारंभ