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एनएलसी इंडिया ने 22 गांवों को दिए ई-टिपर, स्वच्छता मिशन को मिला नया बल

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बीकानेर , 12 जून। एनएलसी इंडिया लिमिटेड ने अपनी कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) योजना 2025-26 के तहत जिले के 22 गांवों में स्वच्छ भारत मिशन ( ग्रामीण ) को समर्थन देते हुए 22 ई - टिपर प्रदान किए हैं। इन ई - टिपरों की कुल लागत करीब 1 करोड़ 25 लाख रुपये है। गुरुवार को जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने जिला परिषद परिसर से इन ई - टिपरों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर सरपंचों और ग्राम सेवकों को इन वाहनों की चाबियाँ सौंपी गईं। जिला कलेक्टर ने कहा कि यह पहल गांवों में कचरा संग्रहण की व्यवस्था को सुदृढ़ करेगी और साफ - सफाई बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने एनएलसी इंडिया लिमिटेड का आभार प्रकट करते हुए उम्मीद जताई कि इन वाहनों का सही ढंग से संचालन कर गांवों को स्वच्छ रखा जाएगा। ई-रिक्शा को हरी झंडी दिखाते हुए जिला कलेक्टर  जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोहनलाल ने बताया कि ये ई - टिपर डाण्डूसर , बम्बलू , गुसांईसर , लाखूसर , कतरिय...

महाकुम्भ प्रयागराज में बीकानेर श्रद्धालुओं की जलयात्रा और त्रिवेणी महायज्ञ का भव्य शुभारंभ

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 जयपुर. प्रयागराज के संगम तट पर चल रहे महाकुम्भ में बीकानेर के श्रद्धालुओं ने संत-महात्माओं के सान्निध्य में भव्य जलयात्रा निकालकर सात दिवसीय त्रिवेणी महायज्ञ का शुभारंभ किया। बीकानेर खालसा के माध्यम से 51 हजार से अधिक श्रद्धालुओं को नि:शुल्क भोजन, चाय-नाश्ता और आवास की सुविधा प्रदान की जा रही है। दुर्लभ 144 वर्षों के संयोग से हो रहे महाकुम्भ में संगम तट पर राष्ट्रीय संत सरजूदास महाराज, परम सियाराम महाराज और महंत रामदास महाराज के आशीर्वाद से सात दिवसीय त्रिवेणी महायज्ञ का शुभारंभ गुरुवार को जलयात्रा के साथ हुआ। बीकानेर से आए श्रद्धालुओं ने सिर पर कलश रखकर ढोल-ताशों के साथ जलयात्रा निकाली। श्रद्धालुओं का भारी हुजूम इस आध्यात्मिक आयोजन में उमड़ पड़ा।  राष्ट्रीय संत श्रीसरजूदासजी महाराज ने बताया कि जलयात्रा में त्रिवेणी संगम का पवित्र जल लेकर महायज्ञ का शुभारंभ किया गया। इस दौरान श्रद्धालु मात्र एक आहुति देने के लिए भी उत्सुक नजर आए। महायज्ञ का आयोजन प्रयागराज के महात्यागीनगर आश्रम में किया जा रहा है, जहां 29 जनवरी तक राम नाम संकीर्तन और संत-महात्माओं के प्रवचन जारी रहेंगे।...

राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज की 14वीं एल्युमिनी मीट आयोजित, शिक्षा मंत्री श्री मदन दिलावर ने किया उद्घाटन

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न्यूज डेस्क. राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज की 14वीं एल्युमिनी मीट शनिवार को आयोजित की गई, जिसमें शिक्षा मंत्री और कॉलेज के पूर्व विद्यार्थी श्री मदन दिलावर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में विभिन्न बैचों के पूर्व विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया और अपनी यादों को साझा किया।    शिक्षा मंत्री का प्रेरक संबोधन:   शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वे इस धरती के ऋणी हैं और यहां की शिक्षा के कारण ही उन्हें सफलता मिली। उन्होंने इस पुनर्मिलन पर आयोजकों को बधाई दी और सभी पूर्व विद्यार्थियों के जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे अपने परिवार की देखभाल करते हुए समाज और धरती का कर्ज उतारने का प्रयास करें। दिलावर ने राजस्थान की विविधताओं पर भी चर्चा की और कहा कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों की भौगोलिक स्थिति के अनुसार सभी लोगों को एकजुट होकर काम करना चाहिए। उन्होंने पर्यावरण के मुद्दे पर चिंता जताई और अधिक से अधिक पौधारोपण का आह्वान किया।   पर्यावरण और स्वास्थ्य पर जोर:   श्री दिलावर ने पेड़ो...

अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने किया रैन बसेरों का औचक निरीक्षण, व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश

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न्यूज डेस्क. अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव मांडवी राजवी ने बीकानेर के रैन बसेरों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने सर्दियों के मद्देनजर आवश्यक व्यवस्थाओं की समीक्षा की और पाई गई कमियों को तुरंत सुधारने के निर्देश दिए।     सर्दियों में विशेष प्रबंध के निर्देश:    राजवी ने रैन बसेरों में पर्याप्त बिस्तर, कंबल, चद्दर और रजाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ठंड के मौसम में यहां ठहरने वाले लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। साथ ही, गर्म पानी के लिए हीटर या गीजर की व्यवस्था सुनिश्चित करने पर जोर दिया।   साफ-सफाई और सुविधाओं पर जोर:   निरीक्षण के दौरान उन्होंने रैन बसेरों में साफ-सफाई को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि रैन बसेरों में अनुपयोगी सामग्री या कबाड़ नहीं होना चाहिए। इसके अलावा, महिलाओं के लिए अलग से व्यवस्था करने की आवश्यकता पर बल दिया।   स्लोगन और जागरूकता:   श्रीमती राजवी ने निर्देश दिए कि रैन बसेरों के बाहर जरूरी स्लोगन लगाए जाए...

जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने केंद्रीय कारागृह का निरीक्षण, बंदियों के लिए विधिक सहायता और सुविधाओं में सुधार के निर्देश

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न्यज डेस्क. जिला एवं सत्र न्यायाधीश अतुल कुमार सक्सैना ने केंद्रीय कारागृह का निरीक्षण करते हुए बंदियों की स्थिति और सुविधाओं की समीक्षा की। उन्होंने अधिवक्ता न कर पाने वाले बंदियों को निशुल्क विधिक सहायता प्रदान करने और कारागृह में उपलब्ध भोजन एवं अन्य सुविधाओं में सुधार के निर्देश दिए।   बंदियों को विधिक सहायता का निर्देश:   निरीक्षण के दौरान न्यायाधीश ने उन बंदियों से बात की जो किसी अधिवक्ता की पैरवी में असमर्थ हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी बंदियों को निशुल्क विधिक सहायता प्रदान की जाए। उन्होंने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से इन बंदियों को अधिवक्ता उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए।   भोजन की गुणवत्ता में सुधार:   न्यायाधीश ने भोजनशाला का निरीक्षण कर बंदियों को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता का आकलन किया। उन्होंने भोजन की गुणवत्ता में और सुधार के लिए कारागृह प्रशासन को निर्देश दिए, ताकि बंदियों को पौष्टिक और स्वच्छ भोजन मिल सके।   सर्दियों में विशेष ध्यान:   सर्दियों को ध्यान में रखते हुए न्यायाधीश ने जेल प्रशासन को बंदियो...

मुख्यमंत्री आयुष्मान बाल संबल योजना: दुर्लभ बीमारियों से ग्रस्त बच्चों को मिलेगा आर्थिक सहायता और निःशुल्क इलाज

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न्यूज डेस्क. राजस्थान सरकार ने दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित बालक-बालिकाओं के लिए मुख्यमंत्री आयुष्मान बाल संबल योजना की शुरुआत की है। योजना के तहत 0-18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को 50 लाख तक निशुल्क इलाज और 5 हजार रुपए प्रतिमाह आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के संयुक्त निदेशक एल.डी. पंवार ने जानकारी देते हुए बताया कि योजना का उद्देश्य 56 प्रकार की दुर्लभ बीमारियों से ग्रस्त बच्चों को न केवल उचित उपचार उपलब्ध कराना है, बल्कि उनके परिवारों को निरंतर आर्थिक सहायता देकर संबल प्रदान करना भी है।  योजना की प्रमुख विशेषताएं:   1. आयु सीमा: 0-18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को शामिल किया गया है।   2. निशुल्क इलाज: हर बच्चे को दुर्लभ बीमारी के इलाज के लिए 50 लाख रुपए तक का इलाज मुफ्त प्रदान किया जाएगा।   3. मासिक सहायता: इलाज के साथ-साथ बच्चों को 5 हजार रुपए प्रतिमाह आर्थिक सहायता दी जाएगी।   4. चिन्हित बीमारियां: योजना में 56 प्रकार की दुर्लभ बीमारियां शामिल की गई हैं।   योजना का क्रियान्वयन:   - जिला स्तर ...