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तीन दिन पहले गोवा की सैर कर लौटे डॉक्टर को कोरोना

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बीकानेर. शहर में कोरोना मरीजों की संख्या कम होने की बजाय दिनों-दिन बढ़ रही है। पिछले दो दिनों में बीकानेर में १९ कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान हो चुकी है। गुरुवार को सात कोविड पॉजिटिव मिलने के बाद जब हैल्थ डिपार्टमेंट ने पॉजिटिव मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री खंगाली तो हैरान करने वाले कारण सामने आए। बीकानेर के जिस डॉक्टर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, वह कुछ दिन पूर्व ही गोवा की सैर कर लौटा था। इसी प्रकार एक महिला और शेष पांच मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सीएमएचओ डॉ. बीएल मीणा के अनुसार जिन मरीजों की पहचान कोविड पॉजिटिव के रूप में हुई है, उनके घरों के आगे कोविड पॉजिटिव की रिपोर्ट चस्पा कर दी है। वहीं संबंधित मरीजों के घर कोविड मेडिसिन पहुंचा दी है।  कहां कहां मिले मरीज  गुरुवार को पवनपुरी में रहने वाले 40 वर्षीय युवक की कोरोना रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव आई है उसकी महाराष्ट्र में ऑटो मोबाइल की शॉप है। वहीं करणी नगर में रहने वाले एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर में भी कोरोना की पुष्टि हुई है। इंजीनियर बंगलुरू में जॉब करता है। तीसरा पेशेंट श्रीडूंगरगढ़ के आडसर में राशन की दुकान चलाता है। बताया जा रहा...

राजस्थान: 53 लाख बच्चे होंगे वैक्सीनेट, इम्युनिटी पावर बढ़ेगा, कोरोना और ओमिक्रॉन को मात दे सकेंगे

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की थी घोषणा, 3 जनवरी से पूरे देश में लागू होगा  जयपुर/बीकानेर. राजस्थान के करीब 53 लाख बच्चों को 3 जनवरी से वैक्सीन लगाई जाएगी। वहीं 10 जनवरी से 60 से अधिक उम्र के लोगों को तीसरी डोज लगनी शुरू होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की घोषणा के बाद पूरे देश में इसे 3 जनवरी से प्रभावी कर दिया जाएगा। जिन बच्चों की उम्र 15 से 18 वर्ष के बीच है, उन्हें वैक्सीनेशन के लिए एक जनवरी से रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया वहीं रहेगी जो पूर्व में वैक्सीनेशन के लिए थी। राजस्थान के हैल्थ डिपार्टमेंट ने प्रदेश के 33 जिला मुख्यालयों पर वैक्सीनेशन कार्य को प्रभावी बनाने के लिए जिला कलेक्टरों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। बच्चों को वैक्सीन लगने का फायदा यह होगा कि उनकी इम्युनिटी पावर बढ़ेगी, जिससे वह कोरोना और ओमिक्रॉन जैसे खतरनाक वायरस का भी मुकाबला कर सकेंगे।  कहां कितने बच्चों को लगेगी वैक्सीन  केंद्र व राज्य सरकार ने वर्ष 2011 की जनसंख्या को आधार मानते हुए वर्ष 2021 की अनुमानित जनसंख्या का आंकड़ा निकाला है। इस आंकड़े के अनुसार प्रदेश के जयपुर श...

दो महीने में 80 पॉजिटिव, नोखा और बीकानेर में फिर पांच पेशेंट रिपोर्ट

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कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी  बीकानेर. बीकानेर जिले में कोरोना मरीजों का आंकड़ा दिनों-दिन बढ़ रहा है। बीकानेर में पिछले दो महीने में 80 पॉजिटिव मिल चुके हैं। मंगलवार को बीकानेर जिले में पांच नए मरीज रिपोर्ट हुए हैं। इसमें दो पेशेंट बीकानेर और तीन नोखा के हैं। बीकानेर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएल मीणा ने बताया कि बीकानेर की जिला हॉस्पिटल के एक डॉक्टर और मुरलीधर व्यास कॉलोनी निवासी एक युवक में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। वहीं नोखा के ब्लॉक सीएमएचओ डॉ. श्याम बजाज ने बताया कि नोखा में मंगलवार को दो और रायसर गांव में एक बजुर्ग पेशेंट की पहचान कोरोना संक्रमित के रूप में हुई है। तीनों मरीज होम आइसोलेट है। उल्लेखनीय है कि बीकानेर जिले में डेंगे के बाद अब कोरोना वायरस ने जोर पकडऩा शुरू कर दिया है। हैरानी की बात यह है कि जिले में कोरोना संक्रमण के तेजी से फैलने के बावजूद सरकारी तंत्र कोरोना को कंट्रोल करने के नाम पर महज खानापूर्ति कर रहा है। जिले के अधिकतर लोग अब मास्क की अनदेखी करने लगे हैं। वहीं सोशल डिस्टेंसिंग तो अब बिल्कुल भी नहीं रहा।  स्टूडे...

हेल्थ अपडेट: बीकानेर में मां-बेटा कोरोना पॉजिटिव, बेटे को हो चुका है डेंगू

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छह व्यक्तियों ने कोरोना को दी मात, रिकवर होकर काम पर लौटे  बीकानेर.  बीकानेर में कोरोना पॉजिटिव मरीज अपनी बढ़त बना रहे हैं। बुधवार को व्यास कॉलोनी में रहने वाले एक मां-बेटे की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। जिस 17 वर्षीय लड़के को कोरोना हुआ है वह कुछ दिन पूर्व की डेंगू संक्रमण से पीडि़त था। वहीं युवक की मां के दोनों टीके लगे होने के बावजूद वह कोविड पॉजिटिव हो गई। हैरत की बात यह है कि 55 वर्षीय महिला एक सरकारी स्कूल की टीचर है। हालांकि वह कुछ दिन से स्कूल नहीं जा रही थी। महिला की पोस्टिंग मालासर गांव में बताई जा रही है। सीएमएचओ डॉ. बीएल मीणा के अनुसार कोरोना गाइडलाइन के अनुसार जिस स्कूल या संस्थान का कार्मिक कोविड पॉजिटिव आता है उस स्कूल के संबंधित कक्षा-कक्ष को दस दिन के लिए बंद कर दिया जाता है। अब सवाल यह उठता है कि संबंधित महिला टीचर प्रत्येक कक्षा-कक्ष में बच्चों को पढ़ाने के लिए जाती थी, ऐसे में स्कूल में कक्षा-कक्ष को बंद करने की क्या व्यवस्था रहेगी यह अभी तक तय नहीं हो पाया है।  डेंगू से बाहर निकला तो कोरोना ने जकड़ लिया  व्यास कॉलोनी में रहने वाले कोविड पॉजिटिव...

जेल की सलाखों के पीछे छिपे बैठे थे तीन ठग; किसान से बोले ऑफिस आ जाओ 53 हजार के बदले 3 लाख रुपए देंगे, पुलिस ने पकड़ा तो खुले राज

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नोखा पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट पर किया तीन आरोपियों को गिरफ्तार  बीकानेर. बीकानेर जिले की नोखा मंडी में ग्वार बेचकर लौट रहे एक किसान को लॉटरी का झांसा देकर तीन ठगों ने अपना शिकार बना लिया। आरोपियों ने किसान को 53 हजार के बदले 3 लाख रुपए देने का प्रलोभन दिया और किसान के 53 हजार रुपए लेकर फरार हो गए। बीकानेर एसपी योगेश यादव की मॉनिटरिंग में नोखा पुलिस ने तीनों आरोपियों को सेंट्रल जेल से बतौर प्रोडक्शन वारंट गिरफ्तार कर किसान से ठगे 50 हजार रुपए भी बरामद कर लिए। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि इनसे ठगी के और प्रकरणों का खुलासा भी हो सकता है। एसपी योगेश यादव ने बताया कि प्रथम दृष्टया की गई पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों ने इस प्रकार की ठगी पूर्व में भी की है। उन्होंने बताया कि जिले के झाड़ेली गांव के भंवर लाल मेघवाल ने नोखा थाने में रिपोर्ट दी थी कि 7 दिसंबर को उसने नोखा मंडी में ग्वार बेचा था, जिसकी उसे 60 हजार रुपए कीमत मिली। जब यह राशि लेकर वह मंडी से बाहर आया तो उसे मोटरसाइकिल पर सवार तीन लोग मिले, जिन्होंने उससे बीड़ी पीने के लिए माचिस मांगी थी। इस बीच ...

हैल्थ नॉलेज: क्या आपके पेट में भी गैस बनती है, अजमाए यह टिप्स निरोगी रहेेंगे

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दिनचर्या में गड़बड़ी के कारण होती है पेट संबंधी गंभीर बीमारियां  जयपुर. भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अपने पेट का ख्याल रखना भूल गए हैं। नतीजन पेट में गैस बननी शुरू हो जाती है। अगर आपके पेट में भी गैस बनने की शिकायत है तो आज का यह आर्टिकल आपके लिए कारगर साबित हो सकता है। आयुर्वेद के अनुसार पेट में गड़बड़ी हमें कई बीमारियों को न्यौता देती है। ऐसे में कुछ टिप्स को अजमाकर हम पेट संबंधी बीमारियों से बच सकते हैं। इसके लिए अहम बात यह है कि हमें अपनी दिनचर्या को प्रकृति के अनुकूल करना होगा।   पेट में गैस बनने के प्रमुख कारण  - पेट में खाने का सडऩा - जो पहले का खाना खाया उसके पाचन से पहले है दूसरा भोजन खाना - शरीर को पाचन का समय नहीं देना - जानवर जब बीमार होता है तो वह कुछ नहीं खाता बस आराम करता है या जंगल की जड़ी बूटियों को खाकर अपना पेट भर लेता है। लेकिन इंसान बीमार पडऩे की स्थिति में दिनभर घर बैठा-बैठा कुछ न कुछ खाते रहते हैं। बीमारी की स्थिति में कमजोर पड़े शरीर पर ज्यादा खाना खाकर अनावश्यक भार नहीं डालें।  - जिन चीजों में फाइबर नहीं होता अगर उसका सेवन किया जाता है तो व...

हैल्थ नॉलेज: पैरालिसिस या लकवा कौन से विटामिन की कमी से होता है

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युवा पीढ़ी में भी बढ़ रहे लकवा मारने के केस  जयपुर. युवाओं में खासकर 40 से कम उम्र में लकवा मारने का केस बढ़ रहे हैं। पैरालिसिस या लकवा मारने के बाद शरीर के कुछ अंग काम करना बंद कर देते हैं। इससे न केवल संबंधित व्यक्ति को शारीरिक बल्कि मानसिक नुकसान भी उठाना पड़ता है। आज के हैल्थ नॉलेज आर्टिकल में हम जानेंगे कि पैरालिसस या कलवा कौनसे विटामिन की कमी से होता है। पैरालिसिस या लकवाग्रस्त लोगों का डायग्नोसिस करने के बाद जो तथ्य सामने आते हैं उनमें अधिकर रोगियों में होमो-15 बढ़ा हुआ होता है। ऐसा तब होता है जब शरीर में विटामिन बी-12 और बी कॉम्प्लेक्स की कमी हो जाती है। युवाओं की जीवनशैली में आए बदलाव को भी पैरालिसिस या लकवे से जोड़कर देखा गया है। अक्कसर देखा गया है कि जिन युवओं की दिनचर्या प्रकृति के खिलाफ होती है उनमें इस प्रकार के रोग ज्यादा होते हैं। ऐसे में सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक अपनी दिनचर्या को अच्छा रखें ताकि आप किसी गंभीर रोग के शिकार नहीं हों।  खून की कमी होने लगती है  पैरालाइसिस या लकवा विटामिन 12 की कमी से होता है यह तो आपने पढ़ लिया। इसके बाद आपको यह भी जान...

छुट्टी लेकर लौट रहे आर्मी जवान की घर पहुंचने से पहले आ गई मौत

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जम्मू कश्मीर में तैनात था जवान, बीकानेर के भामटसर में हुआ था सड़क हादसा  बीकानेर.  जम्मू-कश्मीर में तैनात 28 वर्षीय आर्मी जवान की सोमवार को नोखा तहसील के भामटसर गांव के पास सड़क हादसे में मौत हो गई। जवान तीन महीने बाद छुट्टी लेकर घर लौट रहा था। घर से कुछ किलोमीटर पहले हुए इस हादसे में जवान की जीप पूरी तरह छतिग्रस्त हो गई। जानकारी के अनुसार आर्मी-12 जाट रेजीमेंट में पदस्थापित बीकानेर जिले के पूनमचंद बिश्नोई बीकानेर से जीप लेकर नोखा के रोड़ा तहसील स्थित अपने घर जा रहा था। भामटसर के पास नागौर साइड से आ रहे एक ट्रक ने जवान की जीप को टक्कर मार दी, जिससे जीप नजदीक के खेत की बाड़ में जा घुसी। घटना के बाद ग्रामीणों ने घायल आर्मी जवान पूनमचंद बिश्नोई को तुरंत पीबीएम हॉस्पिटल ट्रोमा सेंटर ले गए, जहां तीन घंटे बाद इलाज के दौरान जवान की मौत हो गई।   घर में खुशियां मातम में बदली  सड़क हादसे के शिकार आर्मी जवान पूनमचंद बिश्नोई की दुखद मौत के बाद रोड़ा गांव में शोक छा गया। पूनचंद के घर के सदस्य भी उसके आने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन किसे पता था कि उसके घर पहुंचने से पहले ही उस...